दिल के कोने से एक आवाज़ आती है
हमें हर पल उनकी याद आती है
दिल पूछता है बार – बार SUKHCHAIN से
के जितना हम याद करते है उन्हें
क्या उन्हें भी हमारी याद आती है
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता
वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
पर SUKHCHAIN कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।
ज़िंदगी लहर थी SUKHCHAIN की आप साहिल हुए
ना जाने कैसे हम आपके काबिल हुए
ना भुला पाएंगे हम उस हसीं पल को
जब आप हमारी ज़िंदगी में शामिल हुए ।
सूरज वो जो दिन भर आसमान का साथ दे
चाँद वो जो रात भर तारों का साथ दे
प्यार वो जो ज़िंदगी भर साथ दे
और दोस्ती वो जो पल पल साथ दे |
जाने क्यों हमें आंसू बहाना है आता
जाने क्यों हालेदिल बताना नहीं आता
क्यों साथी बिछड़ जाते है हमसे
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता ।
ख़ामोशी इकरार से कम नहीं होती
सादगी भी सिंगार से कम नहीं होती
ये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे दोस्त
वर्ना दोस्ती भी प्यार से कम नहीं होती ।
एक सपने की तरह सजा कर रखु
अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखु
मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं वर्ना
ज़िंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखु ।
मीठी मीठी यादे पलकों पे सजा लेना
एक साथ गुज़ारे पल को दिल में बसा लेना
नज़र ना आऊं हकीकत में अगर
मुस्कुरा कर मुझे सपनो में बुला लेना ।।
प्यार हम उनको करते हैं।
जो हमारी फ़िकर करते हैं।
कदर हम उनकी करते हैं।
जो हमारी इज्ज़त करतें हैं।
जीते हैं हम उनके लिए।
जो हम पर मरते हैं।
तरसती नज़रो ने हर पल आपको ऐसे मागा।
जैसे हर अमावस में चांद मागा।
रूठ गया वो खुदा भी हमसे ।
जब हमने अपनी हर दुआ में आपको मागा।
जो प्यार का रिश्ता हम बनाते है।
उसे लोगो से क्यों छुपाते है।
क्या गुनाह है किसी को प्यार करना।
तो बचपन से हमे प्यार करना क्यों सिखाते है।
यादों की हवा ज़ख्मों की दवा बन गई।
दूरी उनकी मेरी चाहत की सज़ा बन गई।
कैसे भूलूं में उन्हें एक पल के लिए ।
उनकी याद ही मेरी जीने की वजह बन गई।